Monday, 13 July 2020

करियर बनाएं अपने राशि और ग्रह अनुसार

ग्रह आपके करियर विकल्पों को कैसे प्रभावित करते हैं?

हमारी कुंडली और चार्ट में मौजूद ग्रह और उनके स्थान हमारे करियर विकल्पों को काफी हद तक प्रभावित करने का दम रखते हैं। करियर और पेशे, दोनों के ही लिहाज़ से यह ग्रह और उनकी स्थिति हमारे जीवन को पलटने की मापदा रखती है। अगर किसी इंसान की कुंडली में कोई ग्रह प्रबल अवस्था में मौजूद होता है तो ,उस इंसान का उस ग्रह पर हावी कैरियर क्षेत्रों की ओर झुकाव होने की सबसे अधिक संभावना रहती है।
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आइये अब जानने की कोशिश करते हैं कि ग्रहों के अनुसार हमारे पास क्या-क्या करियर विकल्प मौजूद होते हैं। 

सूर्य 

यदि आपकी कुंडली में सूर्य प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प:
सरकार, राजनीति, खगोल विज्ञान, प्रबंधन, आयुर्वेद, सांख्यिकी और आध्यात्मिकता

चन्द्रमा 

यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प:
नृत्य, अभिनय, संगीत, जीव विज्ञान, फार्मेसी और मनोविज्ञान

मंगल 

यदि आपकी कुंडली में मंगल प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प:
मैकेनिकल इंजीनियरिंग, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर, कंस्ट्रक्शन, कुकिंग, स्पोर्ट्स

बुध

यदि आपकी कुंडली में बुध प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प:
ज्योतिष, एकाउंटिंग, पत्रकारिता, विपणन, बिक्री, व्यापार और वाणिज्य, और नेटवर्किंग
करियर या पेशे में कोई बाधा? अभी पूछें प्रश्न और पाएं हर समस्या का हल 

बृहस्पति

यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प:
शिक्षाविद, जीवविज्ञान, कानून, शास्त्रीय साहित्य, दर्शन, इतिहास, चिकित्सा, उपदेशक, मानविकी, वित्त और अर्थशास्त्र

शुक्र

यदि आपकी कुंडली में शुक्र प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प: 
वनस्पति विज्ञान, मनोरंजन, मीडिया, फैशन डिजाइनिंग, वास्तुकला, नृत्य, बागवानी, चित्रकला, वनस्पति विज्ञान, पर्यटन, विमानन, आतिथ्य, मानविकी, ललित कला और ग्राफिक्स

शनि ग्रह

यदि आपकी कुंडली में शनि ग्रह प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प: 
पुरातत्व, तेल, गैस और खनिज, खनन, भूगोल, पेट्रोलियम, भूविज्ञान, इतिहास, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, कोडिंग, विनिर्माण

राहु और केतु 

यदि आपकी कुंडली में राहु और केतु ग्रह प्रबल अवस्था में मौजूद है तो आपके लिए सबसे अच्छे करियर विकल्प: 
गूढ़ विषय, फिल्म उद्योग, विदेशी भाषा, डिजिटल, अध्यात्मविज्ञान/तत्त्वविज्ञान, विमानन, वैमानिकी इंजीनियरिंग, कंप्यूटर
राज योग रिपोर्ट से पाएं कुंडली में मौजूद सभी राज योग की जानकारी 

प्रत्येक राशि के अनुसार उचित करियर मंत्र 

क्या आप ये जानना चाहते हैं कि आपकी राशि के अनुसार कौन सा करियर आपके लिए उपयुक्त साबित हो सकता है? या क्या आप यह जानना चाहते हैं कि कौन सा मंत्र आपके करियर ग्राफ को बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है? नीचे हम आपको सभी राशि के अनुसार अनुकूल कैरियर विकल्पों के साथ पूजा करने के लिए मंत्र और किस देवता की पूजा करनी चाहिए इसकी सूची प्रदान कर रहे हैं:

मेष राशि

  • किस देवता की करें पूजा : भगवान शिव 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ नमः शिवाय
  • करियर विकल्प : सरकार, सैन्य, विज्ञापन, राजनीति, प्रबंधन

वृषभ राशि  

  • किस देवता की करें पूजा : माँ महाकाली 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ क्लीं कालिकायै नमः
  • करियर विकल्प : मसाज थेरेपिस्ट, पेंटर, कैलीग्राफर, फ्लोरिस्ट, कुक

मिथुन राशि  

  • किस देवता की करें पूजा : भगवान भैरवनाथ 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ बं भैरवाय नमः
  • करियर विकल्प : मनोरंजन, यात्रा, वास्तुकला, शिक्षण, प्रौद्योगिकी

कर्क राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : भगवान शिव और माता पार्वती 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ उमा महेश्वराभ्याम नमः
  • करियर विकल्प : मेडिसिन (नर्स), पत्रकारिता, बागवानी, राजनीति

सिंह राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : भगवान हनुमान 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ आञ्जनेयाय नमः
  • करियर विकल्प : इवेंट प्लानिंग एंड मैनेजमेंट, मीडिया एंड पब्लिक रिलेशंस, एक्टिंग, एनिमेशन, मॉडलिंग

कन्या राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : माता सरस्वती 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ ऐं महासरस्वत्यै नमः
  • करियर विकल्प : वित्त, स्टॉक मार्केट, निवेश, वास्तुकला, भौतिकी, चिकित्सा, अनुसंधान, इंजीनियरिंग, डेटा विश्लेषण, कानून, एकाउंट्स 

तुला राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : गणेश भगवान 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ गं गणपतये नमः
  • करियर विकल्प : मनोविज्ञान, कूटनीति, न्याय, परामर्श, सार्वजनिक परामर्श

वृश्चिक राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : माँ दुर्गा 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै
  • करियर विकल्प : चिकित्सा अनुसंधान, खोजी पत्रकारिता, पुरातत्व, पर्यावरण, सेना, पैथोलॉजी

धनु राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : भगवान विष्णु या उनका कोई भी अन्य रूप, मुख्यतः सूर्यदेव 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ सूर्य नारायणाय नमः
  • करियर विकल्प : शिक्षण, कानून, न्याय, राजनीति, धार्मिक उपदेश, आध्यात्मिकता, ज्योतिष, लेखन

मकर राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : गणेश भगवान 
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ विघ्नहर्ताय नमः
  • करियर विकल्प : प्रबंधन, बैंकिंग, लेखा, विज्ञापन, मीडिया, मेडिसिन

कुम्भ राशि 

  • किस देवता की करें पूजा : माता महालक्ष्मी 
  • इस मंत्र का करें जप :  ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै  नमः
  • करियर विकल्प : फोटोग्राफी, शिक्षण, लेखन, अभिनय

मीन राशि

  • किस देवता की करें पूजा : हनुमान भगवान
  • इस मंत्र का करें जप : ॐ हं हनुमते नमः
  • करियर विकल्प : परोपकार, दान, संगीत, लेखन, व्यवसाय प्रबंधन, विज्ञापन, फैशन, कॉमेडी, नृत्य, अभिनय, फिल्म निर्माण

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केरलीय प्रश्न विचार Kerala Prashan Astrology in Hindi
By Vastu Guru Mk Poddar
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अंको या या संख्या द्वारा प्रश्न विषयक विचार केरल प्रदेश में सर्वाधिक प्रचलित है,इसी कारण इस शास्र को केरलीय ज्योतिष मे नाम से जाना जाता है। इस पध्दति से सम्बन्धित अनेक ज्योतिष ग्रन्थ उपल्ब्ध हैं,जैसे केरल प्रश्न संग्रह केरलीय प्रश्न रत्न प्रश्नचूडामणि आदि। Kerala Prashan Astrology in Hindi

प्रश्न कैसे जाना जाये?

पूछने वाला यदि सात्विक प्रवृत्ति का है,तो उससे किसी फ़ूल का नाम,अगर तेज तर्रार है तो किसी नदी का नाम,और व्यापारी है तो किसी देवता का नाम,और नौकरी पेशा करने वाला है तो उससे किसी फ़ल का नाम पूंछना चाहिये,कुच विद्वानो का मत है कि पूंछने वाला अगर सुबह को पूंछे तो किसी बालक के द्वारा किसी पेड का नाम जानना चाहिये,और दोपहर में किसी जवान आदमी से फ़ूल का नाम जानना चाहिये,शाम को किसी बूढे व्यक्ति से फ़ल का नाम जानना चाहिये। और हमारे अनुसार केवल प्रश्न पूंछने वाले से ही प्रश्न करना चाहिये,कि वह अपने प्रश्न का चिन्तन करते हुये अपने किसी भी इष्ट का नाम मन में रखे और फ़ूल नदी देवता फ़ल या वृक्ष का नाम ले,फ़िर उसके अनुसार अंक पिंड बनाकर प्रश्न संबन्धी विचार करना चाहिये।

एक समय में एक प्रश्न पर ही विचार करना चाहिये,हंसी मजाक या परीक्षा के लिये प्रश्न नही करना चाहिये,अन्यथा कालगति समय पर परेशान कर सकती है। केवल परेशानी में ही प्रश्न करने के बाद पूरा उत्तर मिल सकता है।

अंक पिंड बनाने के नियम

पेड या देवता जिसका भी नाम लें,उसे कागज पर लिख लें, तदोपरान्त स्वर व व्यंजन की संख्यानुसार उस नाम का पिंड बना लें,अंक पिंड के आधार पर ही प्रश्न के फ़ल का विचार किया जाता है। स्वर व व्यंजन के लिये प्रयुक्त संखा निम्न प्रकार समझें।

स्वर अंक चक्रम

स्वर अं
संख्या 12 21 11 18 15 22 18 32 25 19 25
व्यंजन अंक चक्रम

व्यंजन ड. य़ं
संख्या 13 11 21 30 10 15 21 23 26 26 10
व्यंजन ढ.
संख्या 13 22 35 45 14 18 17 13 35 27 18
व्यंजन
संख्या 26 27 86 16 13 13 35 26 35 35 12


उपरोक्त अक्षरों में यदि ऋ का प्रयोग किया जाये तो रि की भांति (र+इ) को मानना चाहिये। लृ का प्रयोग केवल वैदिक मंत्रों के अन्दर होता है, जिज्ञासा के अन्दर इस अक्षर का महत्व नही है।

स्वर और व्यंजनो के अंक चक्रों में उनके नीचे संख्या का मान दिया गया है,पूंछने वाले के द्वारा कहे गये फ़ल फ़ूल नदी फ़ल वृक्ष या देवता के नाम के स्वर और व्यंजनों को अलग अलग कर लेना चाहिये,इसके बाद उपरोक्त सारणी के द्वारा संख्या को लिखना चाहिये,और दोनो के जोड को जानकर वही अंक पिण्ड मानना चाहिये।

उदाहरण के लिये अगर किसी ने “गुलाब” का नाम लिया,यह फ़ूल का नाम है,इसके अंक पिंड बनाने के लिये इस प्रकार की क्रिया को करना पडेगा:-
ग+उ+ल+आ+ब = 21+15+13+21+26+12 = 108 संख्या पिंड गुलाब का माना जाता है। इस प्रकार से किसी भी नाम का अंक पिंड आसानी से आप बना सकते है।

प्रश्नों के प्रकार

केरलीय प्रश्न विचार के अन्दर विद्वानों ने उन्हे अनेक प्रकार से बांटा है,यहां पर अलग अलग प्रश्नों को हल करने के उद्देश्य से लिखा गया है,इनमें प्रश्नों के नौ प्रकार ही मुख्य हैं।

लाभ हानि के प्रश्न – किसी भी देवता या फ़ल फ़ूल या वृक्ष के नाम का पिंड+42 के जोड में 3 का भाग,1 में लाभ,2 में बीच का और 3 में हानि जाननी चाहिये।
जय और पराजय के प्रश्न- उपरोक्त प्रणाली के द्वारा पिंड+34 के जोड में 3 का भाग,1 बचे तो जय,2 बचे तो समझौता,और 3 बचे तो पराजय जाननी चाहिये।
सुख दुख से जुडे प्रश्न – उपरोक्त तरीके की प्रणाली से पिंड बनाकर 38 जोड कर 2 भाग देना चाहिये,1 बचे तो सुख और 0 बचे तो दुख जानना चाहिये।
आने जाने के प्रश्न – पिंड बनाकर 33 को जोडना चाहिये,3 का भाग देना चाहिये, 1 बचे तो आना जाना होगा, 2 बचे तो आना या जाना नही होगा, 0 बचे तो आना या जाना होगा लेकिन काम नही होगा।

गर्भ और बिना गर्भ के प्रश्न – पूंछने वाले से उपरोक्त में किसी कारक (फ़ल फ़ूल या नदी पेड भगवान आदि) का नाम जानकर उसके पिंड बनाने चाहिये,फ़िर 26 जोड कर 3 का भाग देना चाहिये,यदि 1 बचता है तो गर्भ है,2 बचे तो गर्भ होने में संदेह है,और 3 बचे तो गर्भ नही है।

पुत्र कन्या जानने के प्रश्न – पूंछने वाले से उपरोक्त में किसी कारक (फ़ल फ़ूल या नदी पेड भगवान आदि) का नाम जानकर उसके पिंड बनाने चाहिये,फ़िर उसी पिंड में 3 का भाग देना चाहिये, 1 बचे तो पुत्र और 2 बचे तो पुत्री और 0 बचे तो गर्भपात समझना चाहिये।

तेजी मंदी जानने के प्रश्न – जो भी अंक पिंड है उसमे तीन का भाग दीजिये,एक बचता है तो सस्ता यानी मंदी,और दो बचता है तो सामान
,और तीन बचता है तो भाव चढेगा, यह बात शेयर बाजार के लिये भी जानी जा सकती है,इसमें शेयर के नाम का पिंड बनाकर उपरोक्त रीति से देखना पडेगा।
विवाह वाले प्रश्न – इसमें वर और कन्या किसी भी पक्ष से उपरोक्त कारकों से कोई नाम जानकर उसके पिंड बना लेना चाहिये, उसके अन्दर आठ का भाग देना चाहिये, अगर एक बचता है तो आराम से विवाह हो जायेगा,दो बचता है तो प्रयत्न करने पर ही विवाह होगा, तीन में विवाह अभी नही होगा, चार में वर की तरफ़ से सवाल पर कन्या की और कन्या की तरफ़ सवाल जानने पर वर या कन्या के साथ कोई अपघात हो जायेगी, अथवा वर या कन्या के बारे में कोई गूढ बात आजाने पर विवाह नही हो पायेगा, पांच बचने पर उसके परिवार में कोई हादसा हो जाने से विवाह नही होगा, छ: बचने पर राजकीय बाधा सामने आने से विवाह नही होगा, सात बचने पर पिता को कष्ट होगा,आठ बचने पर विवाह तो होगा लेकिन संतान नही होगी,यह जानना चाहिये।
जन्म मरण के प्रश्न- उपरोक्त कारकों से कोई भी कारक नाम पूंछने वाले से जानना चाहिये,जिसके बारे में जाना जा रहा है वह उसका खून का सम्बन्धी होना जरूरी है,उस कारक के पिंड बनाकर उसके अन्दर चालीस की संख्या को जोडना चाहिये,और तीन का भाग देना चाहिये, एक बचता है तो जीवन बाकी है, दो बचता है तो जीवन तो है,लेकिन कष्ट अधिक है, शून्य बचता है,तो भगवान का भरोसा कहना चाहिये,सीधे रूप में मृत्यु है ऐसा नही कहना चाहिये।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें :- https://m.facebook.com/?_rdr#!/story.php?story_fbid=705586746675118&id=100016713975161&refid=8&_ft_=qid.6849044003210234060%3Amf_story_key.-2941870518041936970%3Atop_level_post_id.705586746675118%3Acontent_owner_id_new.100016713975161%3Asrc.22%3Astory_location.5%3Aview_time.1594667323%3Afilter.h_nor&__tn__=%2As%2As-R

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राशि अनुसार विवाह के उपाय, तुरंत बनेंगे विवाह के योग।

आप में से कई लोग ऐसे होंगे, जो विवाह तो करना चाह रहे हैं लेकिन विवाह होने में कोई ना कोई परेशानी बनी रहती है। Jyotish Guru Mk, Astrology or...